22 जनवरी को ओबीसी समाज ने घोषित किया काला दिन, ओबीसी के सबसे बड़े नेता ने बताई राम मंदिर की हकीकत.
ये देश तथागत बुद्ध, सम्राट असोक , राजा प्रसेनजित और हमारे तमाम महापुरुषों का देश है, जिन्होंने इस देश को महान बनाया। लेकिन तथागत बुद्ध, सम्राट असोक, राजा प्रसेनजित की महान विरासत को खत्म करने की साजिश इस देश मे हो रही है।
जैसा कि आप सभी को मालूम है कि 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर मे रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा का कार्यकर्म होने जा रहा है, जिसका सभी बहुजन समाज के संगठन विरोध कर रहे है, इन संगठनों का कहना है कि बौद्धों के साकेत पर ब्राह्मण अतिक्रमण कर रहा है। लेकिन उनकी बात कि कोई सुनवाई नहीं हो रही।
अभी खबर आ रही है कि 22 जनवरी को जिस दिन रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी उस दिन ओबीसी समाज के लोग काला दिवस के रूप मे मनाएंगे। ओबीसी के सबसे बड़े संगठन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी विकास पटेल ने इसकी जानकारी दी है।
चौधरी विकास पटेल ने बताया कि इस देश मे ओबीसी समाज के लोगों कि हकमारी पिछले 70 सालों से हो रही है। जब मण्डल कमीशन की कि लड़ाई मजबूत थी और ओबीसी को हक अधिकार मिल रहे थे तो उस समय धोखाधड़ी करने के लिए इस मुद्दे को उठाया गया था और आज एक बार फिर जब देश मे ओबीसी कि जनगणना का मामला मजबूती से खड़ा हो गया है तो उनके हक अधिकार के मुद्दों को दबाने के लिए एक बार फिर राम जन्म भूमि का सहारा लिया जा रहा है। राम मंदिर का सहारा लिया जा रहा है और ओबीसी के साथ फिर धोखेबाजी करने कि तैयारी की जा रही है।
उस समय जो मंदिर आंदोलन मे शामिल लोग थे, जब राम मंदिर का ट्रस्ट बना तो उनमे एक भी ओबीसी को शामिल नहीं किया गया। इससे ये बात साबित होती है कि ओबीसी का केवल इस्तेमाल करना है, फिर ओबीसी का हक अधिकार खत्म करना है और उसके बाद ओबीसी को इस्तेमाल करके फेंक देना है यह ब्राह्मणवादी नीति है , इससे ओबीसी समाज को सतर्क रहने कि जरूरत है।
दूसरी महत्वपूर्ण बात .. ये देश तथागत बुद्ध, सम्राट असोक , राजा प्रसेनजित और हमारे तमाम महापुरुषों का देश है, जिन्होंने इस देश को महान बनाया। लेकिन तथागत बुद्ध, सम्राट असोक, राजा प्रसेनजित की महान विरासत को खत्म करने की साजिश इस देश मे हो रही है।
अयोध्या मे राम मंदिर के नाम पर वहाँ जो अवशेष मिले थे, वो बुद्धिस्टो के अवशेष थे, लेकिन उसे दबाया गया और हमारी विरासत को दबाने का काम किया जा रहा है। इसलिए 22 जनवरी को राम मंदिर का जो उद्घाटन होने जा रहा है उस दिन को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने काला दिन घोषित किया है। ये हमारी गौरवशाली विरासत को दबाने का दिन है इसलिए इसको हम काला दिन घोषित कर रहे है। और इसका अभियान बड़े पैमाने पर सोशल मिडिया पर चलाया जाएगा।
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