राम मंदिर के न्योते को बाबा साहब के पोते ने ठुकराया, लिखा मेरे दादा ने पहले ही चेताया था.
प्रकाश अंबेडकर ने लिखा, "मेरे दादा जी ने चेताया था कि अगर राजनैतिक पार्टिया धर्म और पंथ को देश से ऊपर रखेंगी तो हमारी आजादी दूसरी बार खतरे मे आ जाएगी, और इस बार शायद हम उसे हमेशा के लिए खो देंगे। "
विपक्ष के की नेताओ की तरह ही बाबा साहब अंबेडकर के पोते और वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश अंबेडकर ने अयोध्या (साकेत) मे राम की मूर्ति मे प्राण प्रतिष्ठा मे जाने से इनकार कर दिया है।
उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट के न्योते को लात मारते हुए कहा कि यह सिर्फ चुनावी फायदे के लिए किया जाने वाला प्रयोजन है।
राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय को लिखे पत्र मे प्रकाश अंबेडकर ने लिखा, “इस समारोह में मैं शामिल नहीं होऊँगा, मेरे शामिल न होने का कारण यह है की भाजपा और आरएसएस ने इसे हथिया लिया है, एक धार्मिक समारोह चुनावी फायदे के लिए राजनीतिक अभियान बन चुका है।”
इसके आगे प्रकाश अंबेडकर ने बाबा साहब अंबेडकर की बात का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा साहब ने पहले ही चेताया था की यदि किसी धर्म और पंथ को देश से ऊपर रखा गया तो हम आजादी खो देंगे ।
उन्होंने लिखा, “मेरे दादा जी ने चेताया था कि अगर राजनैतिक पार्टिया धर्म और पंथ को देश से ऊपर रखेंगी तो हमारी आजादी दूसरी बार खतरे मे आ जाएगी, और इस बार शायद हम उसे हमेशा के लिए खो देंगे। “
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि आज यह डर सही साबित हो गया है। धर्म और पंथ को देश से ऊपर रखने वाली बीजेपी – आरएसएस अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस समारोह को हड़प चुकी है।
आपको बता दे कि प्रकाश अंबेडकर के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पँवार ने भी राम मंदिर के न्योते को खारिज कर चुके है। उनके अलावा कांग्रेस भी इस न्योते को इनकार कर चुकी है।
प्रकाश अंबेडकर महाराष्ट्र कि अकोला सीट से 2 बार सांसद रह चुके है, लेकिन 2014 और 2019 मे उन्हे हार का सामना करना पड़ा था। इस बार वह INDIA अलायंस के साथ गठबंधन मे उतर सकते है। हालांकि उन्हे NDA कि तरफ से भी रामदास आठवले ने साथ आने का न्योता दिया था, पिछले दिनों उन्होंने यह भी कहा था कि यदि वह हमारे साथ आए तो मैं अपना केन्द्रीय मंत्री पद भी उन्हे देने को तैयार हूँ। इसके लिए वह अकोला सीट से भी उतर सकते है, हम NDA कि और से उन्हे यह सीट दे देंगे।
कमेंट में अपनी राय जरूर दे